जो किस्मत की किताबों को,
कभी हम यूँ ही पढ़ लेते,
तो शायद खुद पता होता,
की आगे आज क्या होता,
यूँ दिल का दर्द कम होता,
तो कोई गम नहीं होता,
मगर ऐसा कभी होता,
तो हम नादान ही रहते,
जिसे न दर्द हो दिल में,
वो तो इन्सां नहीं होता I
कभी हम यूँ ही पढ़ लेते,
तो शायद खुद पता होता,
की आगे आज क्या होता,
यूँ दिल का दर्द कम होता,
तो कोई गम नहीं होता,
मगर ऐसा कभी होता,
तो हम नादान ही रहते,
जिसे न दर्द हो दिल में,
वो तो इन्सां नहीं होता I
Very nice lines ... keep it up Lama
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